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बीएचईएल ने 3x60 मेगावाट बैरा सिउल एचईपी की तीसरी नवीनीकृत हाइड्रो यूनिट कमीशन की

Date : 21/10/2021

बीएचईएल ने 3x60 मेगावाट बैरा सिउल एचईपी की तीसरी नवीनीकृत हाइड्रो यूनिट कमीशन की

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित 3x60 मेगावाट बैरा सिउल हाइड्रो पावर स्टेशन की तीसरी और अंतिम इकाई का नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण (आर एंड एम) कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर इसे कमीशन (चालू) कर दिया है।

इस पावर स्टेशन की पहली और दूसरी इकाइयों को क्रमशः दिसंबर, 2019 और अक्टूबर, 2020 में नवीनीकृत एवं चालू किया जा चुका है। बीएचईएल ने कड़ी प्रतिस्पर्धी बोली के बीच बैरा सिउल हाइड्रो पावर स्टेशन की तीन इकाइयों के आरएंडएम के लिए ऑर्डर प्राप्त किया था। 

बैरा सिउल एनएचपीसी लिमिटेड का पहला हाइड्रो स्टेशन है। जिसकी स्थापना 1981 में की गई थी। व्यापक नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण (आर एंड एम) किया जाने वाला भी यह पहला हाइड्रो स्टेशन है। इस परियोजना के नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण से इस संयंत्र की उपलब्धता बढ़ेगी एवं उपकरणों का जीवन विस्तार होगा। इसके अतिरिक्त इस संयंत्र के उत्पादन क्षमता की बहाली तथा दक्षता संवर्धन भी होगा। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक इकाई 260 मीटर के रेटेड हेड के लिए डिजाइन होने पर भी 238.1 मीटर पर 60 मेगावाट रेटेड आउटपुट दे रही है।

बीएचईएल ही इस हाइड्रो पावर स्टेशन के उपकरणों का मूल निर्माता (ओईएम) है। यह पावर स्टेशन इसके नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण के कार्य से पूर्व पिछले 35 वर्षों से सफलतापूर्वक काम कर रहा है।

इस परियोजना में बीएचईएल के कार्यक्षेत्र में टर्बाइन एवं इसके सहायक जटिल पूर्जों, गवर्नर, जनरेटर के डिजाइन, निर्माण, आपूर्ति, प्रतिस्थापन एवं कमीशनिंग तथा नियंत्रण एवं निगरानी शामिल हैं। उपकरणों की आपूर्ति बीएचईएल की भोपाल, बेंगलुरु तथा झांसी स्थित विनिर्माण इकाइयों से की गई है। साइट पर इनकी स्थापना कंपनी के पावर सेक्टर-उत्तरी क्षेत्र डिवीजन, नोएडा द्वारा की गई है।

बीएचईएल 5 दशकों से अधिक के अनुभव के साथ पहले से ही भारत के हाइड्रो सेगमेंट में अग्रणी कंपनी के रूप में प्रतिष्ठित है। वैश्विक स्तर पर, बीएचईएल का 500 से अधिक जलविद्युत सेटों का एक पोर्टफोलियो है, जिसकी संचयी क्षमता 31,000 मेगावाट से अधिक है। बीएचईएल के हाइड्रो प्लांट अफगानिस्तान, अजरबैजान, भूटान, मलेशिया, ताइवान, तजाकिस्तान, रवांडा, थाईलैंड, न्यूजीलैंड, नेपाल और वियतनाम जैसे देशों सहित भारत तथा दुनिया भर में सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत में, बीएचईएल ने देश की कुल स्थापित जल विद्युत क्षमता का 46% हिस्सा स्थापित किया है।

सुदूर दुर्गम क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार एवं आकार की हाइड्रो मशीनों के विशाल पोर्टफोलियो वाला बीएचईएल ग्रीन फील्ड हाइड्रो परियोजनाओं में निर्विवाद रूप से मार्केट लीडर है तथा पुराने हाइड्रो सेटों के नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण के लिए अग्रणी सेवा प्रदाता है। बीएचईएल अपनी एनएबीएल मान्यता प्राप्त हाइड्रो लैब के साथ घरेलू हाइड्रो प्रोफाइल विकसित करने हेतु टर्बाइन कुशल उन्नयन को प्राप्त करने, उनके जीवनकाल के साथ-साथ विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए आदर्श सेवा प्रदाता है।

बीएचईएल के पास विस्तृत ग्राहक समूह को सेवा प्रदान करने का अनुभव है। कंपनी बीएचईएल निर्मित एवं गैर-बीएचईएल निर्मित हाइड्रो सेट के व्यापक नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण के साथ-साथ पुर्जों एवं गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की त्वरित उपलब्धता प्रदान करती है। वर्तमान में, बीएचईएल देश भर में 14 हाइड्रो सेटों (कुल मिलाकर 639 मेगावाट) का व्यापक नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण कर रहा है। 

 

पिछले पृष्ठ मे वापस जाएं | पृष्ठ अंतिम अद्यतन तिथि : 23-10-2021